नासा रेवन समेत छह छोटे मगर अत्याधुनिक उपग्रह अंतरिक्ष में भेजने वाला है जो डबल रोटी से लेकर छोटी वॉशिंग मशीन के आकार के हैं और धरती के चक्रवातों पर निगाह रखने से लेकर ऊर्जा बजट तय करने का काम करेंगे।
नासा इस माह 'रेडियोमीटर असेसमेंट यूजिंग वर्टिकली अलाइन्ड नैनोट्यूब्स (रेवन)' प्रक्षेपित करने वाला है। यह एक क्यूबसैट है जो पृथ्वी के वायुमंडल के शीर्ष के ऊर्जा बजट में मामूली परिवर्तन का पता लगाने के लिए नई प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करेगा। यह जलवायु पर ग्रीनहाउस गैस के प्रभाव समझने के लिए अहम है। नासा अगले साल दो क्यूबसैट छोड़ने वाला है जो बादलों पर निगाह रखेंगे।
इन उपग्रहों से मिलने वाले आंकड़े बादलों का अध्ययन करने और जलवायु तथा मौसम में उनकी भूमिका समझने में वैज्ञानिकों की मदद करेंगे। नासा के साइंस मिशन सचिवालय के सहायक प्रशासक थामस जुरबुचेन ने बताया, 'नासा अपने समूचे मिशन पोर्टफोलियो में अहम वैज्ञानिक समस्याओं के समाधान के लिए अधिकाधिक छोटे उपग्रहों का उपयोग कर रहा है।'
नासा इस माह 'रेडियोमीटर असेसमेंट यूजिंग वर्टिकली अलाइन्ड नैनोट्यूब्स (रेवन)' प्रक्षेपित करने वाला है। यह एक क्यूबसैट है जो पृथ्वी के वायुमंडल के शीर्ष के ऊर्जा बजट में मामूली परिवर्तन का पता लगाने के लिए नई प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करेगा। यह जलवायु पर ग्रीनहाउस गैस के प्रभाव समझने के लिए अहम है। नासा अगले साल दो क्यूबसैट छोड़ने वाला है जो बादलों पर निगाह रखेंगे।
इन उपग्रहों से मिलने वाले आंकड़े बादलों का अध्ययन करने और जलवायु तथा मौसम में उनकी भूमिका समझने में वैज्ञानिकों की मदद करेंगे। नासा के साइंस मिशन सचिवालय के सहायक प्रशासक थामस जुरबुचेन ने बताया, 'नासा अपने समूचे मिशन पोर्टफोलियो में अहम वैज्ञानिक समस्याओं के समाधान के लिए अधिकाधिक छोटे उपग्रहों का उपयोग कर रहा है।'